1. एक व्यक्ति राकेश यादव को मैंने उसके बहन की शादी और कुछ निजी कार्य हेतु 5 लाख रुपये विजया बैंक चेक़ के माध्यम से 31 जनवरी 2019 को दिया। और एक सादे कागज पर 5 लाख उधार लेने का रेवेन्यू टिकट चिपका कर उससे हस्ताक्षर करवाये थे और 2 गवाह भी साइन किये थे उसने और उसके परिवार वालो ने 1 वर्ष के बाद पैसे लौटाने की बात कही उसके बाद 23 मार्च 2020 को पूरे भारतवर्ष में लॉक डाउन लग गया तब से फ़ोन कॉल पे झूठा दिलासा फेक Commitment करता आ रहा था अब उस व्यक्ति राकेश यादव उसके पिता विक्रमा प्रसाद यादव से अपना बकाया उधार दिया हुआ रकम अमानत वापस मांगने 15 दिसंबर को जब उसके घर गया तो मेरे साथ बदतमीजी दुर्व्यवहार गाली-गलौज करने लगा और जान से मारने की धमकी देने लगा कि मैं तुम्हारा कोई रुपया वापस नहीं करुंगा वो रकम भूल जाओ मेरे खिलाफ कुछ नही कर सकते मेरा कुछ नही बिगाड़ सकते जो करना है करो। प्लीज़ मुझे मार्गदर्शन सहायता करें धन्यवाद